
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष के साथ रक्षा संबंधों से जुड़े सभी मुद्दों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। रक्षा मंत्री ने बैठक के बाद ट्वीट कर कहा, फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ पेरिस में वार्षिक रक्षा वार्ता के दौरान उपयोगी चर्चा हुई। हमने अपने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के सभी मुद्दों का आकलन और समीक्षा की। भारत और फ्रांस के बीच यह दूसरी मंत्रिस्तरीय वार्षिक रक्षा वार्ता है
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि दोनों मंत्रियों ने पारस्परिक हित से जुड़े मौजूदा क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों पर भी चर्चा की। दोनों पक्षों ने रक्षा से संबंधित बातचीत को और आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने मौजूदा नियमित द्विपक्षीय संयुक्त अभ्यास (शक्ति, वरुण और गरुड़) के दायरे और जटिलता का विस्तार करने पर भी सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत-फ्रांस साझेदारी साझा रणनीतिक और सुरक्षा हितों को सुरक्षित रखने और बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। सिंह और पार्ली ने हिंद महासागर क्षेत्र में भारत-फ्रांस सहयोग के संयुक्त रणनीतिक विजन में उल्लिखित कार्यों के निरंतर कार्यान्वयन पर भी जोर दिया।
इससे पहले राजनाथ सिंह का फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में मंगलवार रात सैन्य सलामी गारद से स्वागत किया गया। रक्षा मंत्री ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि 36 लड़ाकू विमानों में से 18 विमान फरवरी 2021 तक सौंप दिए जाएंगे, जबकि शेष विमान अप्रैल-मई 2022 तक मिल जाने की उम्मीद है। गौरतलब है कि भारत ने 59,000 करोड़ रुपये के सौदे के तहत सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीदने का आर्डर दिया था।
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